प्राचीन कला केंद्र द्वारा आज यहाँ केंद्र के एम एल कौसर सभागार में एक विशेष संगीत वर्कशॉप "सुर साधना से शास्त्रीय संगीत "का आयोजन केंद्र में संगीत शिक्षा प्राप्त कर रहे संगीत के विद्यार्थियों के लिए विशेष तौर पर गया जिस में जाने माने संगीतज्ञ विद्वान और पारुल यूनिवर्सिटी के परफार्मिंग आर्ट्स विभाग में बतौर सलाहकार एवं प्रोफेसर कार्यरत पंडित देवेंद्र वर्मा ने इस कार्यशाला में शास्त्रीय संगीत के महत्व और रियाज़ पर विद्यार्थियों कोसम्बोधित किया।
उन्होंने न केवल संगीत के मूलभूत नियमों का ज्ञान दिया बल्कि संगीत की बारीकियों से भी विद्यार्थियों को अवगत करवाया। पंडित देवेंद्र वर्मा ने एक ताल पर आधारित कुछ बंदिशों को पेश करके विद्यार्थियों को भी गाने के लिए प्रेरित किया। सुरों से सजी इस वर्कशॉप में विद्यार्थियों को शास्त्रीय संगीत के आलाप से लेकर बढ़त तथा बारीकियों से भी परिचित करवाया गया और तालों और रागों से सजी विभिन्न रचनाओं का गाकर आनंद उठाया।
पंडित देवेंद्र वर्मा ने संगीत में साधना के महत्व का भी बखूबी वर्णन किया। खचाखच भरे सभागार में विद्यार्थियों ने इस कार्यशाला के अंतर्गत शास्त्रीय संगीत का बखूबी आनंद उठाया। पंडित देवेंद्र वर्मा ने संगीत में गुरु शिष्य परंपरा के महत्व को भी बखूबी दर्शाया वर्कशॉप में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किये जायेंगे।