Hindi English Friday, 17 May 2024
BREAKING
मोहिनी एकादशी 19 मई 2024 को है फोर्टिस मोहाली के डॉक्टरों ने ईसीएमओ के माध्यम से हार्ट फेल हुए 35 साल के व्यक्ति को दिया नया जीवन अवैध माईनिंग को रोकने के लिए अधिकारी कारगर कदम उठाएं- यश गर्ग भेज रहे हैं निमंत्रण, मतदाता तुम्हे बुलाने को, 25 मई को भूल न जाना वोट डालने आने को बच्चों को स्कूल लाने-लेजाने में लगे हर वाहन को सुरक्षित स्कूल वाहन पाॅलिसी के नाॅर्मस का पालन करना जरूरी - डा. यश गर्ग चंडीगढ़ में 26 नामांकन स्वीकार, 7 खारिज बाबा हरदेव सिंह जी ने अपना पूरा जीवन मानवता की सेवा में समर्पित कर दिया चुनावी प्रक्रिया में रैली व रोड शो के लिए प्रशासन से लेनी होगी अनुमति - जिला निर्वाचन अधिकारी नियमों के विरुद्ध प्रचार सामग्री छापने पर होगी कड़ी कार्रवाई - जिला निर्वाचन अधिकारी इंगरसोल रैंड और आदिउशमा इंजीनियर्स ने कस्टमर कनेक्ट प्रोग्राम की मेजबानी की

टेक्नॉलॉजी

More News

ट्विटर बना बेंगलुरु पुलिस की तीसरी आंख, करोड़ों की ठगी का पर्दाफाश

Updated on Monday, November 03, 2014 11:38 AM IST

बेंगलुरु - सोशल मीडिया बेवसाइट कई लोगों के लिए दूसरों से संपर्क बनाए रखना का साधन मात्र है, लेकिन इन दिनों अपराध की रोकथाम में बेंगलुरु पुलिस की यह तीसरी आंख बना हुआ है। बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर एमएन रेड्डी ने अपने साथ-साथ सभी डीसीपी का अकाउंट ट्वीटर पर शरू किया। इसके जरिये कोई भी शख्स अपराध या किसी भी पुलिस अधिकारी के खिलाफ सूचना पुलिस कमिश्नर या दूसरे अधिकारियों को बेखौफ दे सकता है। पुलिस को पिछले हफ्ते किसी ने ट्वीट के जरिये नौकरी का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाली एक एजेंसी की जानकारी दी।

 

बेंगलुरु पुलिस के संयुक्त आयुक्त अपराध हेमंत निंबलकर के मुताबिक, इस सूचना के आधार पर जब क्राइम ब्रांच ने शहर के शिवाजी नगर के इस फर्जी जॉब कंसल्टेंसी के दफ्तर पर छापा मारा, तो पाया की यह कंपनी जॉब पोर्टल्स से बेरोजगार युवक युवतियों की जानकारी इकट्ठा कर उनसे 5,000 से 9,000 रुपये वसूलता इस वादे के साथ की देश विदेश की बड़ी आईटी कंपनियों में उन्हे नोकरी दिलवाई जाएगी। पुलिस को यहां एक छोटा टेलीफोन एक्सचेंज भी मिला जिसके जरिये फर्जी इंटरव्यू किया जाता था। यहां से ज़ब्त दस्तावेजों के ज़रिये पता चला की पिछले 3 सालों में इस फर्जी कंपनी ने 13,974 रजिस्ट्रेशन कर तकरीबन तीन करोड़ रुपये ऐंठे, जबकि जिन लोगों ने शोर मचाया उन्हें आधी रकम वापस भी की।

 

वापस की गई कुल रकम 55 लाख रुपये के आसपास है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि कंपनी का मालिक शब्बीर अहमद अब भी फरार है। इसी तरह शनिवार को एक और ऐसी ही फर्जी कंपनी आरटी नगर में पकड़ी गई, जहां 3 महिलाओं समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि इस कंपनी का मालिक जी सैयद फरार है। इससे पहले बंगलुरु में एक और फर्जी कंपनी पकड़ी गई थी, जो न सिर्फ आईटी की फर्जी एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट बनाती थी, बल्कि आई कार्ड अटेंडेंस कार्ड के साथ साथ एक छोटा सा टेलीफोन एक्सचेंज भी चलाती थी, जिस पर इस कंपनी से जारी जाली सर्टिफिकेट की इन्क्वायरी आने पर जवाब दिया जाता था। ऐसे में अब रोज़गार की तलाश करते लोगों की सबसे बड़ी चुनौती रोज़गार तलाशने के साथ इस बात का पता करना है की कौन सी कंपनी सही है और कौन फर्जी।

Have something to say? Post your comment
X