टैगोर द्वारा रचित रचनाओं ने दर्शकों का मन मोहा
चंडीगढ़ - रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय कला व सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा थे | उनकी लेखनी की अमिट छाप आज भी हम सभी के दिलों पर राज करती है | इतना ही नहीं आज की युवा पीढ़ी भी उनके द्वारा लिखी गयी पुस्तकों को पढ़ने का शौक रखते हैं | इसलिए उन्हें सदी का साहित्यकार कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी | यह बात कालीबाड़ी सामाजिक -सांस्कृतिक, धार्मिक और धर्मार्थ संगठन चंडीगढ़ के अध्यक्ष प्रणब सेन ने रविवार को टैगोर थिएटर में गुरुदेव रबिन्द्र नाथ टैगोर की जयंती पर आयोजित समारोह के दौरान कही |